ट्रेडिंग क्या है? ट्रेडिंग के बारे मे पूरी जानकारी हिन्दी मे
ट्रेडिंग को हिन्दी मे व्यपार बोलते है जिसका मतलब होता है किसी भी चीज को कम दाम पे खरीदना और फिर उसे बढ़े हुए दाम पर बेचना ताकि मुनाफा हो सके, ठीक उसी प्रकार शेयर मार्केट मे शेयर को खरीदना और जैसे ही उस शेयर की प्राइस बढ़ जाए उसे बेचकर मुनाफा कमाने को ही शेयर मार्केट मे हम ट्रेडिंग कहते है
अब आप सोच रहे होंगे की इनवेस्टमेंट मे भी तो यही होता है लेकिन ट्रेडिंग और इनवेस्टमेंट मे बहोत अंतर होता है
ट्रेडिंग और इनवेस्टमेंट मे क्या अंतर होता है?
ट्रेडिंग | इनवेस्टमेंट |
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ट्रेडिंग मे हम शेयर को बहोत काम समय के लिए होल्ड करते है जैसे - 1 मिनट, 1 घंटा या कुछ महीने |
इनवेस्टमेंट मे हम शेयर को लंबे समय तक होल्ड करते है जैसे- 1 साल, 5 साल या 10 साल |
ट्रेडिंग मे हम किसी भी कंपनी मे के शेयर खरीद लेते है सिर्फ चार्ट पैटर्न के आधार पे | इनवेस्टमेंट मे हमे अच्छी कॉम्पनियों के शेयर खरदिते है ताकि ज्यादा समय के लिए होल्ड कर सके |
ट्रेडिंग मे हम कम समय मे अच्छा प्रॉफ़िट कमा लेते है | इनवेस्टमेंट मे अच्छा प्रॉफ़िट कमाने मे ज्यादा समय लगता है |
ट्रेडिंग मे बहोत ज्यादा रिस्क होता है | इनवेस्टमेंट मे बहोत कम रिस्क होता है |
ट्रेडिंग मे टेक्निकल अनलीसिस करने के बाद ट्रेडिंग किया जाता है | इनवेस्टमेंट मे फन्डमेनल अनलीसिस करना होता है |
ट्रेडिंग मे हमे प्रॉफ़िट मे से 15 प्रतिशत का टैक्स देना पड़ता है | इनवेस्टमेंट मे प्रॉफ़िट मे से 1 लाख छोड़ने के बाद हमे 10 प्रतिशत का टैक्स देना पड़ता है |
ट्रेडिंग मे आपको सिर्फ प्राइस बढ़ने पे ही प्रॉफ़िट होता है | इनवेस्टमेंट मे शेयर के प्राइस बढ़ने के साथ-साथ डिविडेन्ड इंकम भी होती है |
ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है?
ट्रेडिंग अकाउंट हमारे किसी भी सैविंग अकाउंट की तरह ही होता है जैसे हम सैविंग अकाउंट मे पैसे जमा करते है वैसे ही जब हम ट्रेड करते है तो खरीदा गया शेयर हमारे ट्रेडिंग अकाउंट मे रहता है
जब हम किसी भी स्टॉक ब्रोकर के पास demate अकाउंट खोलते है तो उसके साथ हमारा ट्रेडिंग अकाउंट भी खुल जाता है
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है?
ट्रेडिंग के प्रकार तो कई सारे है लेकिन आपको किसी भी स्टॉक ब्रोकर के वेबसाईट या एप मे तीन ही ऑप्शन होते है इंट्राडे, डेलवेरी और फ्यूचर और ऑप्शन और इनके ही अंदर लोग अलग-अलग तरीके से ट्रेडिंग करते है अगर आपको विस्तार मे पढ़ना है की ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है तो आपको इसके ऊपर लेख मिल जाएगा
ट्रेडिंग मे पैसे कैसे कमाते है?
- पहला तरीका मे हम किसी भी कंपनी का शेयर खरीदते है और खरीदे हुए दाम से ज्यादा जब उस शेयर का दाम बढ़ जाता है तब उसे बेच देते है
- दूसरे तरीके मे हम शेयर को बिना खरीदे ही बेच देते है जब आपको लगता है की शेयर का दाम काफी बढ़ गया अब नीचे गिरेगा तब हम उसे बेच देते है और जैसे ही उसका दाम नीचे गिरता है हम उसे खरीद लेते है
ट्रेडिंग करना कैसे सीखे?
ट्रेडिंग सीखने से पहले आपको ट्रेडिंग के प्रकार को समझना चाहिए और अपने व्यक्तिव के हिसाब से ट्रेडिंग स्टाइल चुनना चाहिए फिर टेक्निकल अनीलिसिस, मनोविज्ञान और भावना को समझने के बाद ही ट्रेडिंग करना आप सिख सकते है इसके पहले ट्रेडिंग ना करे नहीं तो आपको लॉस हो सकता है
क्या ट्रेडिंग करके रोज कमाया जा सकता है?
ट्रेडिंग करके रोज पैसे कमाए जा सकते है लेकिन यह आसान नहीं है अगर आप ट्रेडिंग करके कम समय मे ज्यादा पैसे कमा सकते है तो इसमे पैसे गवा भी सकते है।
ट्रेडिंग से लाभ कमाने के लिए आपको सबसे पहले हमे पैसों की जरूरत होगी क्युकी ट्रेडिंग मे आपको छोटे मूवमेंट से अच्छा पैसा कमाने के लिए हमे ज्यादा शेयर खरीदने होंगे जिसके लिए हमे ज्यादा पैसों की जरूरत होगी।
पैसों के साथ-साथ आपको टेक्निकल अनलसिस की अच्छी जानकारी होनी चाहिए तभी आप शेयर के दाम के पैटर्न को समझ सकेंगे और सही समय पर शेयर को खरीद और बेचकर अच्छा लाभ कमा पाएंगे।
ये सब सीखने के बाद आपको हानी मे बचाव के लिए स्टॉप लॉस के उपयोग को अच्छे से समझना होगा और ट्रेडिंग मे सबसे ज्यादा जरूरी लगातार अपनी गलतियों से सीखना और हार ना मानना क्युकी हर सफल ट्रेडर सफल तभी होता है जब वो लगातार अपनी गलतियों से सीखता है और अपने ट्रेडिंग को और बेहतर बनाता है।
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